आज का हिन्दू पंचांग दिनांक – 01 फरवरी 2024
दिन – गुरूवार
*⛅विक्रम संवत् – 2080*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – शिशिर*
*⛅मास – माघ*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – षष्ठी दोपहर 02:03 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र – चित्रा 02 फरवरी प्रातः 03:49 तक तत्पश्चात स्वाती*
*⛅योग – धृति दोपहर 12:28 तक तत्पश्चात शूल*
*⛅राहु काल – दोपहर 02:17 से 03:40 तक*
*⛅सूर्योदय – 07:20*
*⛅सूर्यास्त – 06:27*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:37 से 06:28 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:27 से 01:19 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -*
*⛅विशेष – नीम का फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔹फरवरी मास की योगों व तिथियाँ🔹*

*👉 २ फरवरी : स्वामी विवेकानंद जयंती (ति. अ), स्वामी रामानंदाचार्य जयंती*

*👉 ६ फरवरी : ष‌ट्तिला एकादशी (इस दिन स्नान, उबटन, जलपान, भोजन, दान व होम में तिल का उपयोग पापों का नाश करता है ।)*

*👉 ७ फरवरी : प्रदोष व्रत*

*👉 ८ फरवरी : मासिक शिवरात्रि, व्यतीपात योग (रात्रि ११:१० से ९ फरवरी रात्रि ७:०७ तक)*

*👉 ९ फरवरी : माघ अमावस्या, मौनी-त्रिवेणी अमावस्या*

*👉 १० फरवरी : पंचक आरम्भ ( सुबह १०:०२)*

*👉 ११ फरवरी : चन्द्र दर्शन (शाम ६::२० से ०७:५५ तक)*

*👉 १२ फरवरी : तीलकुन्द चतुर्थी*

*👉 १३ फरवरी : मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से दोपहर २-४१ तक), विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सुबह ९-५१ से दोपहर ३-५४ तक) (इस दिन किये गये ध्यान, जप व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है । – पद्म पुराण)*

*👉 १४ फरवरी : मातृपितृ पूजन दिवस, वसंत पंचमी (इस दिन सारस्वत्य मंत्र का अधिक-से-अधिक जप करना चाहिए ।)*

*👉 १६ फरवरी : माघ शुक्ल सप्तमी (इस दिन प्रातः पुण्यस्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है । यह सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है ।)*

*👉 १९ फरवरी : छत्रपति शिवाजी महाराज जयन्ती (दि. अ), भक्त पुंडलिक उत्सव (पंढरपुर), वसंत ऋतु प्रारम्भ*

*👉 २० फरवरी : जया एकादशी*

*👉 २१ फरवरी : श्री वराह द्वादशी, श्री भीष्म द्वादशी, प्रदोष व्रत*

*👉 २२ फरवरी : माघ शुक्ल त्रयोदशी (इस दिन से माघी पूर्णिमा (२४ फरवरी) तक प्रातः पुण्यस्नान तथा दान, व्रतादि पुण्यकर्म करने से सम्पूर्ण माघ- स्नान का फल मिलता है । – पद्म पुराण), गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से शाम ४-४३ तक)*

*👉 २४ फरवरी : माघी पूर्णिमा, माघ स्नान समाप्त, संत रविदास जयंती*

*👉 २८ फरवरी : संकष्ट चतुर्थी (चंद्रोदय : रात्रि ९-४२), राष्ट्रीय विज्ञान दिवस*

*🔹गुरुवार विशेष 🔹*

*🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।*

*🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :*

*🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।*

*ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।*

*🌹 फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।

*🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।*

*🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।*

*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*

By नमोन्यूजनेशन

देश सेवा हिच ईश्वर सेवा

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