आज का हिन्दू पंचांग दिनांक – 02 फरवरी 2024
दिन – शुक्रवार
*⛅विक्रम संवत् – 2080*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – शिशिर*
*⛅मास – माघ*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – सप्तमी दोपहर 04:02 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र – स्वाती 03 फरवरी सुबह 05:57 तक तत्पश्चात विशाखा*
*⛅योग – शूल दोपहर 12:55 तक तत्पश्चात गण्ड*
*⛅राहु काल – सुबह 11:30 से 12:53 तक*
*⛅सूर्योदय – 07:19*
*⛅सूर्यास्त – 06:28*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:36 से 06:28 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:28 से 01:19 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -स्वामी विवेकानंद जयंती (ति. अ), सामी रामानंदाचार्य जयंती*
*⛅विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹मातृ-पितृ पूजन दिवस की आवश्यकता व उद्देश्य🔹*
*🔹१४ फरवरी को ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ महापर्व है । इस लोक-मांगल्यकारी, विश्वव्यापी, सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाये जानेवाले पर्व के प्रणेता व मार्गदर्शक हैं ब्रह्मवेत्ता संत पूज्य बापूजी । इस पर्व को सर्जित करने की आवश्यकता क्यों पड़ी तथा इसको मनाने से क्या लाभ होते हैं यह जानते हैं पूज्यश्री के ही श्रीमुख से :*
*🔸प्रेमी-प्रेमिका ‘आई लव यू, आई लव यू…’ करके काम-विकार में गिरते हैं, थोड़ी देर के बाद अभागे ठुस्स हो जाते हैं । मैंने इससे लाखों- लाखों बच्चों की जिंदगी तबाह होते हुए सुनी है ।*
*🔸२८ विकसित देशों में ‘आई लव यू व वेलेंटाइन डे’ के चक्कर में हर वर्ष १३ से १९ साल की १२ लाख ५० हजार कन्याएँ स्कूल जाते-जाते गर्भवती हो जाती हैं । जिनमें से ५ लाख कन्याएँ तो चुपचाप गर्भपात करा लेती हैं और जो नहीं करा पाती हैं ऐसी ७ लाख ५० हजार कन्याएँ कुँवारी माँ बनकर नर्सिंग होम, सरकार व माँ बाप के लिए बोझा बन जाती हैं अथवा वेश्यावृत्ति धारण कर लेती हैं ।*
*🔸अमेरिका और अन्य विकसित देशों के करोड़ों रुपये वेलेंटाइन डे में तबाह हुए ऐसे छोरे-छोरियों की जिंदगी बचाने में खर्च होते हैं । ऐसा काहे को करना !*
*🔹लेकिन विदेशियों ने फैशन चला दिया: ‘आई लव यू, आई लव यू…’ बड़ी बेशर्माई है । बच्चे माँ-बाप को पूछें ही नहीं, लोफर-लोफरियाँ बन जायें । वे खुद बरबाद हो जायें तो माँ-बाप की क्या सेवा करेंगे ?*
*🔸इसमें सबका भला है🔸*
*🔸कुछ मनुष्य तो अक्लवाले होते हैं और कुछ अक्ल खो के प्रेमिकाओं के पीछे, प्रेमियों के दिवस : १४ फरवरी पीछे तबाह होते हैं, उनकी बुद्धि नष्ट हो जाती है ।*
*सुंदरी सुंदरे जितने कामी होते हैं उतनी ही उनकी बुद्धि नष्ट हो जाती है । ऐसे कामी सँभल जायें तो अच्छा है, नहीं तो फिर ऐसे लोग मरने के बाद पतंगे होते हैं । पतंगे दीये में जलते हैं। एक जल रहा है यह दूसरों को दिख रहा है फिर भी दे धड़ाधड़… और जल मरते हैं ।*
*🔸वेलेंटाइन डे’ वाले तो अपनी ईसाइयत का प्रचार करते हैं परंतु लोगों की जिंदगी तबाह होती है । फिर मैं भगवान का ध्यान करके भगवान में डूब गया, एकाकार हो गया और उपाय खोजा । उपाय मिल गया – गणपति और कार्तिकेय स्वामी की चर्चा का प्रसंग । उसे मैंने अच्छी तरह समझ लिया । मैंने सत्संग में बोला कि ‘माँ की प्रदक्षिणा करने से सारे तीर्थों का फल होता है और पिता का आदर व प्रदक्षिणा करने से सब देवों की पूजा का फल मिलता है ।*
*सर्वतीर्थमयी माता, सर्वदेवमयः पिता ।*
*🔸इसका प्रचार करेंगे तो बच्चे-बच्चियों का, माँ-बाप का सबका भला हो जायेगा ।’ मैं भी आशाओं का राम हूँ, आशाओं का गुलाम नहीं हूँ । मैं जब चाहूँ मेरा प्यारा मेरे लिए ज्ञान के दरवाजे खोल देता है ।*
*🔸मैंने इस विषय पर सत्संग चालू किये फिर घोषणा कर दी: ‘वेलेंटाइन डे के बदले मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाओ ।’*
*🔸फिर मैंने यह भी बता दिया कि ‘हम ईसाई, मुसलमान, हिन्दू, सिख तथा और भी जो जाति-धर्म-पंथ हैं सभीका भला चाहते हैं । हम किसीका बुरा नहीं चाहते हैं । बच्चे-बच्चियाँ तबाह न हों इसलिए १४ फरवरी को वेलेंटाइन डे के बदले मातृ-पितृ पूजन दिवस चालू किया है।’ अब तो यह विश्वव्यापी हो गया है ।*
*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*