🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक – 30 अप्रैल 2022*
⛅ *दिन – शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – ग्रीष्म ऋतु*
⛅ *मास – वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार चैत्र )*
⛅ *पक्ष – कृष्ण*
⛅ *तिथि – अमावस्या 01 मई रात्रि 01:57 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र – अश्विनी रात्रि 08:13 तक तत्पश्चात भरणी*
⛅ *योग – प्रीति शाम 03:20 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
⛅ *राहुकाल – सुबह 09:22 से सुबह 10:59 तक*
⛅ *सूर्योदय – 06:10*
⛅ *सूर्यास्त – 19:02*
⛅ *दिशाशूल पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या, श्री मां आनंदमयी जयंती (दि.अ.)*
💥 *विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार*
*”अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते”*
🍲 *जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *समृद्धि बढ़ाने के लिए* 🌷
🌙 *कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।*
🙏🏻 *दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।*
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🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *खेती के काम में ये सावधानी रहे* 🌷
🚜 *ज़मीन है अपनी… खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें …. न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें …और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें … सूर्य को अर्घ्य दें… और प्रार्थना करें ” आज जो मैंने पाठ किया …अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं …उनको उसका पुण्य मिल जाये | ” तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |*
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🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩