आज का हिन्दू पंचांग दिनांक – 16 फरवरी 2024
दिन – शुक्रवार
*⛅विक्रम संवत् – 2080*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – शिशिर*
*⛅मास – माघ*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – सप्तमी सुबह 08:54 तक तत्पश्चात अष्टमी*
*⛅नक्षत्र – भरणी सुबह 08:47 तक तत्पश्चात कृतिका*
*⛅योग – ब्रह्म दोपहर 03:18 तक तत्पश्चात इन्द्र*
*⛅राहु काल – सुबह 11:28 से दोपहर 12:54 तक*
*⛅सूर्योदय – 07:12*
*⛅सूर्यास्त – 06:36*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:31 से 06:21 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:28 से 01:19 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण – माघ शुक्ल सप्तमी-अचला सप्तमी-रथ सप्तमी, नर्मदा जयंती, भीष्म अष्टमी*
*⛅विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔸अभीष्ट सिद्धि हेतु🔸*

*🔸भीष्माष्टमी (16 फरवरी) क दिन निम्न मंत्र से भीष्मजी को तिल, गंध, पुष्प, गंगाजल व कुश मिश्रित अर्घ्य देने से अभीष्ट सिद्ध होता है :*

*वसूनामवताराय शन्तनोरात्मजाय च ।*
*अर्घ्यं ददामि भीष्माय आबालब्रह्मचारिणे ।।*

*🔹भीष्म तर्पण दिवस🔹*

*🌹 माघ शुक्ल अष्टमी 16 फरवरी सुबह को भीष्मजी को जल अर्पण करें और संतान की प्राप्ति की इच्छा करें तो तेजस्वी आत्मा आती है । धवल निबंध ग्रंथ के अनुसार इस तिथि को भीष्म जी का तर्पण दिवस भी है ब्रह्मचारी भीष्म जी का तर्पण करने से लड़के लड़कियाँ तेजस्वी हो सकते हैं ।*

*🌹 नर्मदा जयंती – 16 फरवरी 24 🌹*

*🌹 मत्स्यपुराण में नर्मदा की महिमा इस तरह वर्णित है -‘कनखल क्षेत्र में गंगा पवित्र है और कुरुक्षेत्र में सरस्वती । परन्तु गांव हो चाहे वन, नर्मदा सर्वत्र पवित्र है । यमुना का जल एक सप्ताह में, सरस्वती का तीन दिन में, गंगाजल उसी दिन और नर्मदा का जल उसी क्षण पवित्र कर देता है ।’*

*गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती ।*
*नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु ॥*

*🔹इस दिन नर्मदा नदी पर स्नान करने के बाद मां नर्मदा नदी के तट पर फूल, धूप, अक्षत, कुमकुम आदि से पूजन करना चाहिए । इस दिन नर्मदा नदी में 11 आटे के दीप जलाने चाहिए और उनका दीपदान करना चाहिए । यह बेहद शुभ माना जाता है । ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं ।*

*🌹माघ (शुक्ल पक्ष) सप्तमी विशेष🌹*

*🔸माघ शुक्ल सप्तमी (16 फरवरी) को प्रातः पुण्यस्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है ।*

*यह तिथि सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है ।*

*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*

By नमोन्यूजनेशन

देश सेवा हिच ईश्वर सेवा

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