सुंदर विचार
*🌹सच्चा सेवक सुख और सम्मान की चाह नहीं रखता। जब कोई साधक सुख या सम्मान की लालसा को मिटाने के लिए सेवा करता है तो उसे सहज और सहजता से सुख और सम्मान मिलना शुरू हो जाता है। उसे आंतरिक आनंद मिलता है और उसका जीवन सहज रूप से सम्माननीय बन जाता है।*

By नमोन्यूजनेशन

देश सेवा हिच ईश्वर सेवा

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