कोई भी भोजन आपकी भूख को संतुष्ट करता है लेकिन भूख आपको एक पल भर के लिए संतुष्ट कर देती है, लेकिन इससे निकलने वाला रक्त व्यक्ति के आचरन मे व्यवहार करने लगता है और आपका जीवन व्यवहार और विचार से बर्बाद या बलाढ्य हो जाता है।
इसलिए स्वच्छ आहार यहि स्वच्छ विचार बराबर है
रामवर्मा आसबे

By नमोन्यूजनेशन

देश सेवा हिच ईश्वर सेवा

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